Latest

6/recent/ticker-posts

आधार कार्ड धारकों नई मुसीबत हुआ शुरू, सरकार ने जारी किया नई नियम Aadhar Card Update New Documents Rules 2025 | List Of Aadhar Card Update Documents

आधार कार्ड धारकों नई मुसीबत हुआ शुरू, सरकार ने जारी किया नई नियम Aadhar Card Update New Documents Rules 2025 | List Of Aadhar Card Update Documents 


• Aadhar Card Update 2025 -

आधार कार्ड आज हर भारतीय नागरिक की पहचान का अहम साधन है। बैंक खाता खोलने, सरकारी योजनाओं का लाभ लेने, गैस सिलेंडर बुक करने या बच्चों का स्कूल में दाखिला कराने तक इसकी जरूरत पड़ती है। ऐसे में यदि इसमें दर्ज कोई जानकारी गलत हो जाए या बदलने की जरूरत हो, तो उसे समय पर अपडेट करना जरूरी है। हाल ही में UIDAI ने आधार कार्ड से जुड़ी कुछ नई गाइडलाइन जारी की हैं, जिनमें बदलाव प्रक्रिया को लेकर कड़े नियम शामिल किए गए हैं। अब अपडेट के लिए केवल चुनिंदा दस्तावेज मान्य होंगे और पुराने कई दस्तावेज स्वीकार नहीं किए जाएंगे। यह कदम डेटा की शुद्धता और सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।


• सिर्फ चार दस्तावेज होंगे मान्य -

UIDAI के नए नियमों के अनुसार अब आधार कार्ड में नाम, पता, जन्मतिथि, लिंग, मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी अपडेट कराने के लिए केवल चार प्रकार के दस्तावेज स्वीकार किए जाएंगे। इनमें पासपोर्ट, पैन कार्ड, वोटर आईडी और केंद्र या राज्य सरकार द्वारा जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र शामिल हैं। पहले राशन कार्ड, बैंक पासबुक, बिजली-पानी का बिल, स्कूल या कॉलेज आईडी जैसे दस्तावेज भी मान्य थे, लेकिन अब इन्हें सूची से हटा दिया गया है। इसका अर्थ यह है कि जिन लोगों के पास इनमें से कोई मान्य दस्तावेज नहीं है, उन्हें पहले इसे बनवाना होगा, तभी वे आधार कार्ड में किसी प्रकार का बदलाव करा पाएंगे।


• पुराने दस्तावेज क्यों हटाए गए -

UIDAI का कहना है कि यह बदलाव डेटा सुरक्षा और फर्जीवाड़े पर रोक लगाने के लिए किया गया है। पहले कई मामलों में नकली या अपूर्ण दस्तावेजों के आधार पर आधार कार्ड में गलत जानकारी दर्ज कराई जाती थी, जिससे सरकारी लाभ का दुरुपयोग और पहचान संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती थीं। अब केवल उन दस्तावेजों को स्वीकार किया जाएगा जिन्हें सरकारी स्तर पर सत्यापित किया जा सकता है। इससे न केवल धोखाधड़ी के मामले कम होंगे, बल्कि आधार डेटा की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी। हालांकि, इस नियम के चलते ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को दिक्कत हो सकती है, क्योंकि वहां कई लोगों के पास सीमित पहचान दस्तावेज होते हैं।


• अपडेट प्रक्रिया और सीमाएं -

UIDAI के अनुसार आधार कार्ड में कुछ जानकारियों को अपडेट करने की संख्या पर भी सीमा तय की गई है। उदाहरण के लिए, जन्मतिथि को केवल एक बार और नाम को अधिकतम दो बार ही बदला जा सकता है। हर अपडेट के लिए मान्य दस्तावेज की स्वप्रमाणित प्रति देना अनिवार्य होगा। बदलाव कराने के लिए आधार सेवा केंद्र, अधिकृत कॉमन सर्विस सेंटर या कुछ बैंक शाखाओं का सहारा लिया जा सकता है। इसके अलावा UIDAI का MyAadhaar पोर्टल भी पता और मोबाइल नंबर जैसी सीमित जानकारियां ऑनलाइन बदलने की सुविधा देता है। ऑनलाइन प्रक्रिया में ओटीपी आधारित सत्यापन जरूरी है, जबकि नाम, जन्मतिथि या फोटो अपडेट केवल ऑफलाइन माध्यम से ही संभव हैं।


• नए नियमों का असर -

नए नियम उन लोगों को सबसे अधिक प्रभावित करेंगे जिनके पास आवश्यक दस्तावेज नहीं हैं। ऐसे लोगों को पहले पासपोर्ट, पैन कार्ड, वोटर आईडी या सरकारी फोटोयुक्त पहचान पत्र बनवाना होगा। ग्रामीण और असंगठित क्षेत्रों में रहने वालों को इसके लिए अतिरिक्त समय और संसाधन जुटाने होंगे। वहीं, शहरी क्षेत्रों में रहने वाले और पहले से इन दस्तावेजों के धारक लोगों के लिए प्रक्रिया अपेक्षाकृत सरल रहेगी। UIDAI का मानना है कि यह बदलाव लंबे समय में लाभकारी होगा, क्योंकि इससे आधार डेटा की सटीकता और सुरक्षा सुनिश्चित होगी, जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ सही पात्र लोगों तक पहुंचेगा।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। आधार कार्ड से जुड़ी किसी भी प्रक्रिया की सही जानकारी के लिए कृपया UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी आधार सेवा केंद्र से संपर्क करें।

Post a Comment

0 Comments